5 Essential Elements For वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
5 Essential Elements For वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
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काला कलुवा चौंसठ वीर ताल भागी तोर जहां को भेजूं वहीं को जाये मांस मज्जा को शब्द बन जाये अपना मारा, आप दिखावे चलत बाण मारूं उलट मूंठ मारूं मार मार कलुवा तेरी आस चार चौमुखा दीया मार बादी की छाती इतना काम मेरा न करे तो तुझे माता का दूध पिया हराम।
वशीकरण मंत्र: मानवीय संबंधों पर प्रभाव
बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।
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मिलने के लिए कोशिश करे की शुक्रवार या फिर पूर्णिमा का दिन हो क्यों की इसे प्यार का देवता माना जाता है.
(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)
ऊं नमो भगवते कामदेवाय, यस्य यस्य दृश्यो भवामि, यश्च यश्च मम मुखम पछ्यति तत मोहयतु स्वाहा”
वशीकरण कई प्रकार के होते है। जैसे; पति पत्नी, प्रेमी प्रेमिका, शत्रु वशीकरण, राज वशीकरण, देवी देवता वशीकरण, प्रेत वशीकरण इत्यादि।
वशीकरण मंत्र के नैतिक मान्यता संबंधी मामलों में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक मत हैं। कुछ लोग इन्हें स्वाभाविक और नैतिकता का हिस्सा मानते हैं और उनका उपयोग नैतिक तत्वों read more के संरक्षण और धार्मिक साधना का एक तरीका समझते हैं। वे सत्य, धर्म, और न्याय के मान्यताओं के साथ मंत्रों का उपयोग करते हैं। दूसरे लोग इन्हें अज्ञान और अनैतिकता का प्रतीक मानते हैं और इनका उपयोग नैतिकता की प्रतिबद्धता और स्वतंत्रता के खिलाफ समझते हैं।
अलफ गुरु गुफ्तार रहमान, जाग जाग रे अलहादीन शैतान सात वार फलानी को जा रान, न राने तो तेरी माँ की तलाक, बहिन की तीन तलाक।
विधि: इस मन्त्र को किसी शुभ मुहूर्त में दस हजार बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोग करते समय बृहस्पतिवार को प्रसन्न होकर थोड़ा-सा नमक लेकर उसे सात बार मन्त्र से अभिमन्त्रित करके जिस स्त्री को मोहित करना हो, उसके खाने-पीने की वस्तु में वह नमक मिला दें। वह स्वी साधक पर तन-मन-धन से मोहित हो जायेगी। देवदत्ती के स्थान पर साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करें।
शुद्ध इरादे: वशीकरण करने वाले व्यक्ति के इरादे सकारात्मक और ईमानदार होने चाहिए।
हाथ पसारूं मुख मलूं, काची मछली खाऊं। आठ पहर चौसठ घड़ी, जग मोह घर जाऊं।।